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क्या यीशु दाऊद के वंश की एक कुंवारी का पुत्र था?

हमने देखा कि ‘मसीह’ पुराने नियम का एक शीर्षक है। आइए अब इस प्रश्न पर गौर करें: क्या नासरत का यीशु ही वह ‘मसीह’ था जिसकी भविष्यवाणी… और पढ़ें »क्या यीशु दाऊद के वंश की एक कुंवारी का पुत्र था?

क्या कोई आदम था? प्राचीन चीनी लोगों की गवाही

बाइबल एक उल्लेखनीय पुस्तक है। यह दावा करती है कि ईश्वर ने इसे प्रेरित किया है, और यह इतिहास को भी सटीक रूप से दर्ज… और पढ़ें »क्या कोई आदम था? प्राचीन चीनी लोगों की गवाही

क्या बाइबल (वेद पुस्तक) साहित्यिक रूप से विश्‍वसनीय है?

परमेश्‍वर ने इतिहास में कैसे कार्य किया को वर्णित करते हुए बाइबल आत्मिक सत्यों को प्रदान करती है। यह वहाँ से आरम्भ होती है जहाँ… और पढ़ें »क्या बाइबल (वेद पुस्तक) साहित्यिक रूप से विश्‍वसनीय है?

काली, मौत और फसह का चिन्ह

काली अर्थात् महिषासुर मर्दिनी हिन्दू देवी दुर्गा को आमतौर पर मृत्यु की देवी के रूप में जाना जाता है, लेकिन अधिक सटीक रूप से संस्कृत… और पढ़ें »काली, मौत और फसह का चिन्ह

पर्वत को पवित्र बनाने वाला बलिदान

कैलाश पर्वत (या कैलासा) चीन के तिब्बती क्षेत्र में भारतीय सीमा के पार एक पर्वत है। हिंदू, बौद्ध और जैन कैलाश पर्वत को एक पवित्र… और पढ़ें »पर्वत को पवित्र बनाने वाला बलिदान

मोक्ष प्राप्ति के लिए अब्राहम का साधारण तरीका

ग्रंथ महाभारत निःसंतान राजा पांडु द्वारा सामना किए गए संघर्षों को स्मरण करता है, जो कि एक उत्तराधिकारी के बिना था। ऋषि किंदामा और उनकी… और पढ़ें »मोक्ष प्राप्ति के लिए अब्राहम का साधारण तरीका

अब्राहम के द्वारा आरम्भ की गई: सभी समयों और सभी लोगों के लिए तीर्थयात्रा

कटारागामा महोत्सव के लिए की जाने वाली तीर्थ यात्रा (पदयात्रा) भारत से बाहर भी होती है। यह तीर्थयात्रा भगवान् मुरुगन (भगवान् कटारागामा, कार्तिकेय या स्कंद)… और पढ़ें »अब्राहम के द्वारा आरम्भ की गई: सभी समयों और सभी लोगों के लिए तीर्थयात्रा

संस्कृत और इब्रानी वेदों का सम्मिलन: क्यों?

मेरी पिछली पोस्ट अर्थात् लेख में मैंने संस्कृत वेदों में मनु के वृतान्त और इब्रानी वेदों में नूह के वृतान्त के मध्य में कई समानताओं… और पढ़ें »संस्कृत और इब्रानी वेदों का सम्मिलन: क्यों?

कैसे मानव जाति आगे बढ़ती रही – मनु (या नूह) के वृतान्त से सबक

हमारी पिछली पोस्ट अर्थात् लेख में हमने यह देखा था कि मोक्ष की प्रतिज्ञा मानवीय इतिहास के बिल्कुल ही आरम्भ में दे दी गई थी।… और पढ़ें »कैसे मानव जाति आगे बढ़ती रही – मनु (या नूह) के वृतान्त से सबक

आरम्भ से ही – मोक्ष की प्रतिज्ञा

मेरे पिछले कुछ लेखों में मैंने यह देखा कि कैसे उसकी आरम्भिक रची हुई अवस्था से पाप में गिर कर मनुष्य पतित हो गया। परन्तु… और पढ़ें »आरम्भ से ही – मोक्ष की प्रतिज्ञा